हमारे पनाह में अपराधी Criminal In our Shelter
#पनाह(Shelter)
ये एक शब्द पूरे समाज को समेटे हुए है।
#पनाहों_में_ही_भविष्य_की_तश्वीर जुड़ी होती है।
https://www.google.com/Vinayshahab.comअपराधी पनाहों में अपराधी
भारत मे राजनीतिक पनाहों के कारण ही आतंकवाद फैला,उग्रवाद फैला,तमाम गुण्डे-डकैत ये सब फैले।
क्या अच्छे-क्या बुरे सारे के सारे लोग बनते हैं अपने अच्छे-बुरे #पनाहों_के कारण।
मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी फैले,वहाँ के अपने कश्मीरी मरे,पंजाब में उत्पात फैला अपने लोग जान गवाए,कुछ मस्जिदें बेइज्जत हुईं,ये सब सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्होंने उन #अपराधियों_को_सह दिया,उन अपराधियों के खिलाफ नही बोला जो उनके आसपास रहते रहे
ज़ाहिर-सी बात है कि हर व्यक्ति अपराध में सम्मिलित नही होता,पर अपने आसपास अपराध देखकर भी चुप रहना
#अपराध_को_जानबूझकर_फैलने_देने_जैसा_ही_होता_है।
आज हमारे समाज मे जीतने भी अपराध हैं उनसब की जड़ जुड़ी है हमसे।
#बलात्कारियों_के_ही_केस में लिजिये,
#समाज_जितना_जिल्लत_और_नफरत पीड़िता को देता है,उसका आधा भी बलात्कारी को देने लगे।
यदि समाज इस अपराधी का बहिष्कार करने लगे,खुद ही अपने आसपास से निकालने लगे,अपने पास रखने-बैठने से रोके,उसे मजबूर करे पुलिस में जाने के लिए।
तो #मुझे_नही_लगता_कि ज़रा-सा भी वक्त लगेगा उस #अपराध_को_खत्म_होने के लिए।
बहुत सारे ऐसे उदाहरण रहे हैं जहाँ जुर्म के खिलाफ लोग खड़े होते हैं वहाँ अगली बार जुर्म नही होते।
ठीक उसी प्रकार जिस तरीके से अच्छे लोगों के साथ हम उठना-बैठना पसन्द करते हैं,उन्हें बढ़ावा देते हैं और उनके साथ रहने वाला भी काफी हद तक अच्छे कर्म करता है।
यदि उसी तरह हम अपराधियों,बलात्कारियों के खिलाफ बहिष्कार करने लगें तो ना कोई अपराध बचेगा और ना ही अपराधी।
लेकिन अलग-अलग तरीके और परिस्थिति के कारण इनका हम साथ देते हैं,इन्हें साथ रखते हैं,हम इन्हें कुछ कहना नही चाहते बस अनदेखा कर देते हैं।
पर आपको बता दूँ एक #हवसी_या_कहें_कि_बलात्कारी_मानसिक_बीमार होता है।उसे महिला के उम्र,रंग,रूप,जाति,रिश्ते,से फर्क नही पड़ता।
कई बार देखा गया है कि चाचा,ताऊ,दादा,मामा,और दूसरे रिश्तेदार तक छोटी-छोटी बच्चीयों के अंगों को गलत इरादे से छूते हैं,बच्चीयों का #यौवन_शोषण करते हैं।
यही वो लोग हैं जो आगे जाकर मौका पाते ही #अपनी_हवस पूरी करने के लिए #किसी_को_भी_शिकार बना लेते हैं।
क्योंकि इनके लिए Sex Is Just a part of Life style
लेकिन इन्हें कोई ये नही कहता कि Only Intentional and Consensus Sex is humanist.
ख़ैर,मेरा मानना है कि इन्हें अपने आसपास से बहिष्कृत करिये।
ये लोग चेहरे से आपके दोस्त,रिश्तेदार कोई भी हो सकते हैं लेकिन सोंच से ये लोग सिर्फ जानवर हैं जो आगे जाकर आपको भी नही पहचानेंगे क्योंकि वो है ना #घोड़ा_घास_से_दोस्ती_करेगा_तो_खायेगा_क्या और इसमें कोई शक नही के तमाम रिश्ते-नाते इन राक्षसों के लिए बस #घोड़े_की_घास_ही_हैं।
इनको पनाह देना बन्द करिये,आवाज उठाइये,पक्षपात छोड़िये अपराधी किसी का सगा नही होता।
#बलात्कारी_को_फाँसी_दो
#सिंगरौली_की_बेटी
#Justice_for_reeta
#बेटी_के_न्याय
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